ॐओम जय जगदीश हरे
02:00ॐओम जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरेभक्त जनों के संकट, दास जनों के संकटक्षण में दूर करे, ओम जय...
जो ध्यावे फल पावे, दुख बिनसे मन कास्वामी दुख बिनसे मन कासुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का, ओम जय...
मात पिता तुम मेरे, शरण गहूँ किसकीस्वामी शरण गहूँ मैं किसकीतुम बिन और न दूजा, आश करूँ किसकी, ओम जय...
तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतरयामीस्वामी तुम अंतरयामीपरम ब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी, ओम जय...
तुम करुणा के सागर, तुम पालन करतास्वामी तुम पालन करतादीन दयालु कृपालु, कृपा करो भरता, ओम जय...
तुम हो एक अगोचर सबके प्राण पतिस्वामी सबके प्राण पतिकिस विधि मिलूँ दयामी, तुमको मैं कुमति, ओम जय...
दीन बंधु दुख हरता, तुम रक्षक मेरेस्वामी तुम रक्षक मेरेकरुणा हस्त बढ़ाओ, शरण पड़ूं मैं तेरे, ओम जय...
विषय विकार मिटावो पाप हरो देवास्वामी पाप हरो देवाश्रद्धा भक्ति बढ़ाओ संतन की सेवा, ओम जय...
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