ॐ जय लक्ष्मी माता

02:21



ॐ जय लक्ष्मी माता,
(मैया) जय लक्ष्मी माता।
तुम को निश दिन सेवत,
हर-विष्णु-धाता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥


उमा, रमा, ब्रह्माणी,
तुम ही जग-माता
मैया, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता॥
॥ ओम जय लक्ष्मी माता ॥
दुर्गा रूप निरंजनि,
सुख-सम्पति दाता
मैया, सुख-सम्पति दाता।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
॥ ओम जय लक्ष्मी माता ॥
तुम पाताल निवासिनी,
तुम ही शुभ दाता
मैया, तुम ही शुभ दाता।
कर्म प्रभाव प्रकाशिनी,
भव निधि की त्राता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
जिस घर तुम रहती,
सब सद्‍गुण आता
मैया, सब सद्‍गुण आता।
सब संभव हो जाता,
मन नहीं घबराता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
तुम बिन यज्ञ न होते,
वस्त्र न कोई पाता
मैया, वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव,
सब तुमसे आता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता
मैया, क्षीरोदधि जाता।
रत्न-चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥

महालक्ष्मी(जी) की आरती
जो कोई नर गाता
मैया, जो कोई नर गाता।
उर आनंद समाता,
पाप उतर जाता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
(मैया) जय लक्ष्मी माता।
तुम को निश दिन सेवत,
हर-विष्णु-धाता॥
॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥

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