तुलसी के गुण

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आयुर्वेद में तुलसी को उसके औषधीय गुणों के कारण विशेष महत्व दिया गया है। तुलसी ऐसी औषधि है जो ज्यादातर बीमारियों में काम आती है। इसका उपयोग सर्दी-जुकाम, खॉसी, दंत रोग और श्वास सम्बंधी रोग के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।  


१. चोट लगने पर गुणकारी -



  •  तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो घाव को पकने नहीं देता इसीलिए अगर आपको कहीं चोट लग गई हो तो तुलसी के पत्ते को फिटकरी के साथ मिलाकर लगाये। इससे आपका घाव जल्दी ठीक हो जायेगा। इसके अलावा तुलसी के पत्ते को तेल में मिलाकर लगाने से घाव की जलन भी कम होगी। 


२ . सर्दी में लाभदायी -



  • अगर आपको सर्दी या फिर हल्का बुखार है तो मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को पानी में अच्छी तरह से पकाकर उसका काढ़ा पीने  या इसकी गोलियां बनाकर भी खाने से फायदा होता है। 


 ३ . सांस की दुर्गंध दूर होती है -



  • तुलसी के पत्ते सांस की दु्र्गंध को दूर करने में काफी फायदेमंद होते हैं और नेचुरल होने की वजह से इसका कोई साइडइफेक्ट भी नहीं होता है।  तुलसी के कुछ पत्तों को चबा लेंने से सांस की दुर्गंध चली जाती है।


४ . चेहरे की चमक बढ़ती है -



  • तुलसी त्वचा संबंधी रोगों में खासकर फायदेमंद है।  इसके इस्तेमाल से कील-मुहांसे खत्म हो जाते हैं और चेहरा साफ होता है। 


५. आँखों की जलन दूर करता है -



  • अगर आपको आँखों में जलन की समस्या है, तो आपको हर रात में काली तुलसी का अर्क २ बूंद आँखों में डालना चाहिए।  इससे आपके आंखोकी जलन दूर होगी। 


५ . दस्त होने पर लाभदायी -



  • तुलसी के पत्तों को जीरे के साथ मिलाकर पीस लें। इसके बाद उसे दिन में 3-4 बार चाटते रहें। ऐसा करने से दस्त रुक जाती है। 


६. माइग्रेन और साइनस में आराम -



  • तुलसी का काढ़ा पीने से माइग्रेन और साइनस में आराम मिलता है। अगर आप पुराने सिर दर्द से परेशान हैं, तो रोज़ सुबह और शाम को एक चौथाई चम्मच तुलसी के पत्तों का रस, एक चम्मच शुद्ध शहद के साथ लेने से 15 दिनों में आपका दर्द पूरी तरह से ठीक हो सकता है। 


७. गठिया व जोड़ों के दर्द में लाभ -



  • गठिया के दर्द में तुलसी की जड़, पत्ती, डंठल, फल और बीज को मिलाकर उसका चूर्ण बनाएं।  इसमें पुराना गुड़ मिलाकर १२-१२ ग्राम की गोलियां बना लें। सुबह-शाम गाय या बकरी के दूध के साथ सेवन करने से गठिया व जोड़ों के दर्द में लाभ होता है। 

८. त्वचा रोग में असरदार -




  • दाद, खुजली या त्वचा की इन्फेक्शन में तुलसी के अर्क को उस स्थान पर लगाने से फायदा पहुँचता है। 


९. तनाव को कम करता है -



  • दिन में दो बार १०-१२ तुलसी के पत्ते खाने से तनाव परेशान कम महसूस होती है। 


१०. कान के दर्द में आराम -



  • तुलसी के कुछ पत्तों को सरसों तेल में भून लीजिए और फिर इसमें लहसुन का रस मिलाकर कान में डाल दीजिए। 


११. मुँह के संक्रमण में राहत -



  • अगर आपके मुँह में संक्रमण हो गया हो, तो आपको हर दिन तुलसी के कुछ पत्ते चबाकर खाने चाहिए। 

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